Zakir Hussain Grammy Awards: 67वें ग्रैमी अवार्ड का आयोजन सोमवार सुबह हुआ। इस अवार्ड शो में दुनियाभर के कई बड़े हस्तियों ने शिरकत की। इस कार्यक्रम में म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को सम्मानित किया गया। लेकिन भारतीय लोगों का गुस्सा ग्रैमी आयोजकों पर फूट पड़ा। दरअसल, दिसबंर 2024 में विश्व स्तर पर ख्याति प्राप्त तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन ने अंतिम सांस ली थी। जाकिर हुसैन को तीन बार ग्रैमी अवार्ड से सम्मानित किया गया था। लेकिन 67वें ग्रैमी अवार्ड के दौरान जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि नहीं दी गई। बता दें, हर साल ग्रैमी अवार्ड के शुरुवात में ‘इन मेमोरियन’ नामक सेशन होता है, जिसमें दुनिया छोड़ चुके सितारों को श्रद्धांजलि दी जाती है। लेकिन इस साल इस सेशन में जाकिर हुसैन का जिक्र तक नहीं किया गया। इसी कारण जाकिर हुसैन के फैंस का ग्रैमी के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा।
इन सितारों को दी गई श्रद्धांजलि
64वें ग्रैमी अवार्ड का आगाज ‘इन मेमोरियन’ सेशन के साथ ही हुआ। कोल्डप्ले के लीड सिंगर क्रिस मार्टिन ने अपने परफॉमेंस से सिंगर लियम पेन, क्रिस क्रिस्टऑफरसन, सिसी हाउटन, टीटो जैकसन, जो चेम्बर्स, जैक जोन्स, मैरी मार्टिन, मैरिएन फेथफुल और एला जेनकिन्स समेत कई अन्य दिग्गजों को श्रद्धांजलि दी। मार्टीन के भावुक परफॉमेंस ने लोगों के दिल को छू लिया। हालांकि, भारतीय फैंस ने इस बात पर नाराजगी जाहिर की कि इन मेमोरियन सेशन में जाकिर हुसैन का जिक्र नहीं किया गया। गौरतलब है कि 64वें ग्रैमी अवार्ड का आयोजन रविवार रात 8 बजे लॉस एंजलिस में हुआ।
2024 में जाकिर हुसैन को मिला था ग्रैमी
गौरतलब है कि साल 2024 में आयोजित 64वें ग्रैमी अवार्ड समारोह का आयोजन हुआ था। इस दौरान उस्ताद जाकिर हुसैन ने एक ही रात में तीन ग्रैमी अपने नाम करके इतिहास रच दिया था। वो ऐसा करने वाले पहले संगीतकार बन गए थे। जाकिर हुसैन ने बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफॉरमेंस, बेस्ट कंटेम्परेरी इंस्ट्रूमेंटल एल्बम और बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम कैटेगरी में ग्रैमी जीता था। बता दें, उस्ताद जाकिर हुसैन विश्व के सबसे जानेमाने तबला वादकों में शुमार थे। संगीत क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिए साल 1998 में पद्मश्री, साल 2002 में पद्मभूषण और साल 2023 में पद्मविभूषण जैसे विशिष्ट सम्मान से अलंकृत किया गया था।