Fake News On Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित संगम के तीर पर आयोजित महाकुंभ अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। आखिरी स्नान महाशिवरात्रि के अवसर पर होना है और उसी के साथ महाकुंभ 2025 का अंत हो जाएगा। शुक्रवार तक महाकुंभ में करीब 50 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा चुके हैं। इस बीच यूपी पुलिस ने महाकुंभ के खिलाफ अफवाह और भ्रम फैलाने वाले असमाजिक तत्वों पर नकेल कसी है। शुक्रवार को पुलिस ने 53 सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ कार्रवाई की है। इन सभी के ऊपर महाकुंभ को लेकर फर्जी वीडियो शेयर करने का आरोप लगा है। गौरतलब है कि मौनी आमवस्या के दिन मची भगदड़ के बाद जमकर फर्जी वीडियो शेयर हुआ था। साथ ही कुंभ को लेकर लोगों में भ्रम फैलाने के मकसद से भी फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर डाला गया।
जमकर शेयर हुआ भर्जी वीडियो
यूपी के DGP प्रशांत कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए कहा, “साइबर पेट्रोलिंग के दौरान कई भ्रामक वीडियो और पोस्ट पकड़े गए, जिन्हें महा कुंभ से जोड़कर सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा था। बीते 13 फरवरी को एक मिसलीडिंग वीडियो पकड़ा गया, जिसमें मिस्र में हुए एक अग्निकांड को प्रयागराज कुंभ में लगी आग बताकर 40-50 वाहनों के जलने का दावा किया गया था।” इस मामले में जांच के बाद पता चला कि ये वीडियो साल 2020 का है और घटना काहिर में पाइपलाइन में लगी आग का था। इसके अलावा नवंबर 2024 में पटना के गांधी मैदान में आयोजित पुष्पा 2 के प्रमोशनल इवेंट के दौरान हुई अफरातफरी को कुंभ में सेना के जवानों पर हमला बताकर पेश किया गया। इसके अलावा नेपाल में हुई भगदड़ की वीडियो को कुंभ से जोड़कर वायरल किया गया। एक अन्य वीडियो में फायर सर्विस की एक रूटीन ड्रिल को कुंभ मेला में लगी आग से जोड़ दिया गया।
DGP ने दी जानकारी
गौरतलब है कि यूपी पुलिस को आशंका थी कि कुंभ के दौरान इस तरह के कृत्य किए जाएंगे, जिससे पहले ही साइबर टीम तैयार थी। यूपी DGP प्रशांत कुमार ने कहा, “उत्तर प्रदेश पुलिस ने सातों दिन 24 घंटे का साइबर मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया है, ताकि किसी भी अफवाह और फर्जी सूचना को तुरंत पकड़ा जा सके। पुलिस सोशल मीडिया कंपनियों के साथ मिलकर आरोपियों की पहचान कर रही है। हम नागरिकों से अपील करते हैं कि कोई भी जानकारी शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई जरूर जांच लें।“ साथ ही उन्होंने कहा कि फर्जी वीडियो फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुलिस लगातार ऐसे असमाजिक तत्वों पर नजर रखे हुए हैं।