NSA Meeting In Delhi: दुनियाभर के प्रमुख खुफिया एजेंसियों के प्रमुख भारत आने वाले हैं। इस कॉफ्रेंस की अध्यक्षता एनएसए अजीत डोभाल करेंगे। इस बैठक में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, न्यूजीलैंड के अलावा भारत के करीबी देशों की खुफिया एजेंसी के चीफ भी शामिल होंगे। इस बैठक में आतंकवाद, डिजिटल टेरर सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। साथ ही खुफिया एजेंसी को आपस में शेयर करके आतंकवाद पर लगाम लगाने पर भी बात होगी। गौरतलब है कि अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गब्बार्ड शामिल होंगी। इसके लिए वो 15 मार्च को भारत पहुंच जाएंगी। बता दें, 16 मार्च को ये महासम्मेलन होने वाला है।
गबार्ड का ये दौरा काफी अहम
तुलसी गब्बार्ड का भारत दौरा काफी अहम है। माना जा रहा है कि वह सम्मेलन से एक दिन पहले ही 15 मार्च को भारत आ जाएंगी। पिछले महीने पीएम मोदी अपने अमेरिकी दौरे में गब्बार्ड से भी मिले थे। गब्बार्ड का भारत दौरा डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के किसी शीर्ष अधिकारी की भारत की पहली उच्च-स्तरीय यात्रा है। वैसे अगले महीने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वांस अपनी पत्नी ऊषा वांस के साथ भारत के आधिकारिक दौरे पर आने वाले हैं। ट्रंप प्रशासन में अहम ओहदा संभालने के बाद गब्बार्ड की ये दूसरी विदेश यात्रा होगी। अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान वह पिछले महीने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए जर्मनी गई थीं। जहां उन्होंने आतंकवाद को लेकर सख्त रुख अपनाया था। माना जा रहा है कि गबार्ड रायसीना डायलॉग में भी शामिल हो सकती हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर होगी बात!
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस सुरक्षा और खुफिया प्रमुखों के सम्मेलन में लगभग 20 देशों के खुफिया और सुरक्षा संगठनों के प्रमुख और उप-प्रमुख शामिल हो सकते हैं। फोकस में रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में संघर्ष के प्रभाव सहित तमाम वैश्विक चुनौतियां होंगी जिन पर खुफिया दिग्गज चर्चा करेंगे। वे टेरर फंडिंग के साथ-साथ डिजिटल दुनिया में अपराधों से निपटने के तरीकों पर भी चर्चा कर सकते हैं।