Kiren Rijiju On Waqf Board Bill: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने ईद के अवसर पर वक्फ बोर्ड बिल को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को भड़काना और सड़कों पर उकसाना देश के लिए ठीक नहीं है।
रिजिजू ने कहा, “कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि मुस्लिमों की जमीन-जायदाद छीनी जाएगी। मुझे समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्यों कहा जा रहा है? भारत संविधान और कानून से चलता है। किसी की जमीन जबरन नहीं ली जा सकती। झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करना गलत है।”
‘झूठ बोलकर समाज को गुमराह न करें‘
उन्होंने आगे कहा, “कुछ लोग जानबूझकर झूठ फैला रहे हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि समाज को गुमराह करने का काम न करें। वक्फ बिल कब लाया जाएगा, यह सही समय पर बता दिया जाएगा।”
ईद के मौके पर झूठ फैलाने को लेकर उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया दी। मंत्री ने कहा, “कई जगहों पर लाउडस्पीकर से प्रचार किया जा रहा है कि मुसलमानों की जमीन छीनी जा रही है। ऐसे लोगों को पहचानने की जरूरत है। आज ईद का पवित्र दिन है, और इस दिन झूठ बोलना गलत है।”
‘इतनी चर्चा किसी बिल पर नहीं हुई‘
रिजिजू ने कहा कि इतिहास में पहली बार किसी बिल पर इतनी बड़ी चर्चा हुई है। उन्होंने बताया कि अब तक 97लाख से ज्यादा सुझाव और मेमोरेंडम प्राप्त हो चुके हैं।उन्होंने कहा, “हम देर रात तक चर्चा करने को तैयार हैं। संसदीय नियमों के तहत जितना बोलने की अनुमति है, उतना सभी को बोलने की आजादी है।”
क्या है वक्फ बोर्ड बिल?
वक्फ बोर्ड बिल, जिसे ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024’ कहा जाता है, भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित कानून है। इसका उद्देश्य वक्फ अधिनियम, 1995में संशोधन कर वक्फ बोर्डों की कार्यप्रणाली को पारदर्शी और जवाबदेह बनाना है।
इस बिल के तहत वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन के लिए नए प्रावधान जोड़े गए हैं। वक्फ एक इस्लामिक परंपरा है, जिसमें कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति को धार्मिक, शैक्षिक या परोपकारी कार्यों के लिए दान करता है, और इसका प्रबंधन वक्फ बोर्ड करता है।