Dollar vs Rupee: लगातार चार कारोबारी दिनों तक कमजोर रहने के बाद शुक्रवार को रुपए ने विदेशी मुद्रा बाजार में दमदार वापसी की। शुरुआती कारोबार में रुपया 51पैसे मजबूत हुआ और 86.17के स्तर पर पहुंच गया। यह बढ़त 11फरवरी के बाद की सबसे बड़ी एकदिनी मजबूती मानी जा रही है। रुपए की इस मजबूती ने निवेशकों को चौंका दिया और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी हलचल मचा दी।
विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ 90दिन के लिए हटाने का फैसला रुपए को मजबूती देने वाले प्रमुख कारण रहे। इन वजहों से आगे भी रुपए में मजबूती देखी जा सकती है।पिछले चार कारोबारी दिनों में रुपया कुल 140पैसे कमजोर हुआ था और इसका स्तर 86.60के पार चला गया था। लेकिन शुक्रवार को बाजार खुलते ही यह 86.22पर पहुंच गया और धीरे-धीरे 86.17तक मजबूत हो गया।
डॉलर इंडेक्स में गिरावट से बढ़ा भरोसा
डॉलर इंडेक्स फिलहाल छह बड़ी मुद्राओं के मुकाबले गिरकर 100.04पर आ गया है। इसमें 0.81फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी बाजारों में निवेशकों का भरोसा कम हुआ है। इसलिए वे अब स्विस फ्रैंक, यूरो, येन और सोने जैसे सुरक्षित विकल्पों में निवेश कर रहे हैं।
तेजी में रहा घरेलू शेयर बाजार
ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.27प्रतिशत गिरकर 63.16डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है। इससे भारतीय बाजार को राहत मिली। घरेलू शेयर बाजार में भी तेजी देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 1,204अंक चढ़कर 75,051पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 385अंकों की बढ़त रही और यह 22,784के स्तर पर बंद हुआ।
अभी और मजबूत हो सकता है रुपया
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स के अनिल कुमार भंसाली का कहना है कि डॉलर इंडेक्स 100.20 से नीचे आ चुका है। इससे रुपया 86 के नीचे भी जा सकता है। उन्होंने कहा कि निर्यातकों को इस तेजी का फायदा उठाना चाहिए। उनका मानना है कि रुपया आने वाले दिनों में 86.00 से 86.60 के दायरे में रह सकता है।