Chinmay Krishna Das Bail: बांग्लादेश के हाईकोर्ट ने 30 अप्रैल, 2025 को ISKCON के पूर्व पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को जमानत दे दी। बता दें, चिन्मय दास को पिछले साल 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से देशद्रोह मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के बाद अब तक चिन्मय दास छह महीने से जेल में बंद थे। लेकिन अब उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
चिन्मय कृष्ण दास ने अक्टूबर 2024 में चटगांव के न्यू मार्केट क्षेत्र में एक हिंदू समुदाय की रैली के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का कथित रूप से अनादर किया गया। उन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने भगवा झंडे को राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर फहराया। जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग होने लगी। इन आरोपों के आधार पर 30 अक्टूबर को उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया।
बता दें, इस मामले में चिन्मय दास को मुख्य आरोपी बनाया गया। जबकि उनके साथ 164 अन्य लोगों और 400-500 अज्ञात व्यक्तियों को नामजद किया गया। इसके बाद उन्हें 25 नवंबर को ढाका हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया।
जमानत याचिका खारिज कर भेजा जेल
गिरफ्तारी के बाद चिन्मय दास ने जमानत याचिका दायर की थी। लेकिन चटगांव की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया और उन्हें जेल भेज दिया। इसके बाद भी कई बार उन्होंने जमानत याचिका दायर की। लेकिन हर बार जमानत याचिका पर सुनवाई टलती रही। इस मामले में चिन्मय दास के वकीलों को कथित तौर पर धमकियां भी दी गई थी।