पानीपत। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोपी नोमान इलाही से सात दिन के पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में कई मामलों का खुलासा हुआ है। वह पैसों के लिए भारत की अति महत्वपूर्ण सूचनाएं आईएसआई एजेंट इकबाल काना को पाकिस्तान भेजता था। वह करीब दस साल की उम्र में ही इकबाल काना के संपर्क में आ गया था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद इकबाल काला ने उससे सेना के पाक बॉर्डर समेत अन्य कई जिलों की महत्वपूर्ण जानकारी मांगी थी। उसने कुछ सूचनाएं इकबाल को भेजी भी थीं। उसे इनका पैसा भी मिला था।
पुलिस नोमान से रिमांड के दौरान उसके मोबाइल फोन का रिकॉर्ड खंगाल रही है। ये जानकारी पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने पुलिस सभागार में मीडिया को दी।उन्होंने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में पता चला है कि आईएसआई एजेंट इकबाल काना का उनके पिता के पास घर पर आना जाना था। वह उनको बचपन से ही अच्छी तरह से जानता था और दस साल की उम्र में पूरी तरह से उसके संपर्क में आ गया था।
इकबाल काना 1995 में पाकिस्तान चला गया था। इसके बाद भी नोमान का उसके साथ संपर्क बना रहा। ऑपरेशन सिंदूर से पहले ही इकबाल ने उसके अधिक सक्रिय रहने को कहा था। दोनों की व्हाट्सएप कॉल पर लंबी बातचीत हुई थी। पुलिस ने मोबाइल फोन को अपने कब्जे में लेकर जांच की थी। इसमें से कुछ डाटा डिलीट मिला है। दो दिन पहले पुलिस को मोबाइल फोन की डिटेल भी मिल गई है। इससे उसके लिंक तलाश किए जा रहे हैं।
पुलिस का दावा-नोमान पर आरोप साबित करने के लिए मिले पर्याप्त सबूत
जासूसी के आरोप में गिरफ्तार नोमान इलाही के खिलाफ पानीपत पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए हैं। इसमें ज्यादातर सबूत डिजिटल से संबंधित हैं। नोमान के संपर्क में रहे कुछ संदिग्धों से अभी पूछताछ की जानी है। जल्द ही इस मामले में आरोपपत्र भी दाखिल किया जाएगा।
एसपी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 16 मई को पुलिस टीम नोमान को लेकर कैराना स्थित उसके घर पहुंची थी। नोमान ने बताया था कि वह 2017 में पाकिस्तान गया था, लेकिन अभी तक नोमान के दूसरा पासपोर्ट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस नोमान के संपर्क में आए 60 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
अभी कुछ अन्य संदिग्धों से पूछताछ होनी है, जो लंबे समय से नोमान के संपर्क में हैं। पुलिस ने नोमान का मोबाइल फोन भी जांच के लिए लैब भेजा था। 19 मई को लैब से मोबाइल का कुछ डाटा मिल था लेकिन उसमें उसकी कॉल हिस्ट्री, वीडियो और फोटो की जानकारी नहीं थी।
जल्द ही नोमान के मोबाइल का बाकी डाटा भी मिल जाएगा। इसके बाद बाकी संदिग्धों से पूछताछ होगी। एसपी का कहना है कि उन्हें अब तक की जांच में इतने सबूत मिले गए हैं, जिससे उस पर आरोप साबित हो सके। जल्द ही उसके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया जाएगा।