अंबाला। लिपिक गुरविंदर के निलंबन पर धरना दे रहे बिजली कर्मचारियों पर भी अब गाज गिरने लगी है। उन्हें प्रदर्शन के दौरान गैर हाजिर दिखाया जा रहा है, ऐसे में आने वाले समय में कर्मचारियों के लिए परेशानी तो बढ़ेगी, वहीं प्रदर्शन भी तेज होगा। एडहॉक केंद्रीय समिति के प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले के समाधान के लिए बिजली मंत्री से मुलाकात की है, इस पर मंत्री ने सकारात्मक रवैया दिखाया है। उन्होंने कहा कि वह एक सप्ताह का समय देकर एसई अंबाला को मामले की जांच दोबारा करने के लिए लिखेंगे और किसी निर्दोष कर्मचारी पर कोई गलत कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी।
बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन चौथे सप्ताह में प्रवेश कर गया। मंगलवार को अंबाला कैंट की सभी सब यूनिटों में लिपिक के निलंबन के विरोध में प्रदर्शन 23वें दिन लगातार जारी है। यूनिट प्रधान सतबीर देसवाल ने बताया, प्रदर्शन को चौथा सप्ताह हो गया है, लेकिन अधिकारी कर्मचारियों की जायज मांग पर मौन हैं। यूनियन को बुलाकर कोई बातचीत नहीं की जा रही है, बल्कि एसई द्वारा पत्राचार के माध्यम से कर्मियों पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया जा रहा है। अधिकारी की ओर से विरोध प्रदर्शन के दौरान इस तरह के पत्र से शांतिपूर्वक चल रहे विरोध प्रदर्शन को उग्र करने के उकसाने का काम किया जा रहा है। धरना प्रदर्शन के दौरान अधिकारी द्वारा कुछ कर्मचारियों की गैर हाजिरी भी लगाई जा रही है। इस मौके पर यूनिट सचिव सोनू यादव ने नंबर 1 और नंबर 2 के कर्मियों को संबोधित किया।