ईरान ने सोमवार को कहा कि उसने इस्राइल के लिए जासूसी करने के आरोप में एक व्यक्ति को फांसी दी है। तेहरान में कई दशकों में सबसे ज्यादा लोगों को फांसी देने का काम जारी है। उसी कड़ी में यह ताजा मामला है। जिस व्यक्ति को सजा-ए-मौत दी गई है, उसकी पहचान बहमन चूबियासल के रूप में हुई है।
सितंबर की शुरुआत में ईरान ने बाबक शाहबाजी नाम के व्यक्ति को भी फांसी दी थी। उस पर पर इस्राइल के लिए जासूसी करने का आरोप था। लेकिन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस आरोप को खारिज किया था और कहा था कि शाहबाजी को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को पत्र लिखने के बाद झूठे कबूलनामे के लिए प्रताड़ित किया गया था।
पिछले कुछ वर्षों में ईरान में आर्थिक तंगहाली, महिलाओं के लिए अधिकारों की मांग और देश की धार्मिक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं। इन विरोध प्रदर्शनों और जून के संघर्ष के जवाब में ईरान में 1988 के बाद मौत की सजा के मामलों में तेजी आई है। तब ईरान-इराक युद्ध के अंत में हजारों लोगों को फांसी दी गई थी।