इंडोनेशिया में एक स्कूल इमारत के ढहने से दर्जनों बच्चे मलबे में फंस गए हैं। एक बच्चे की हादसे में मौत हो गई है। हादसे को 12 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक राहत और बचाव कार्य पूरा नहीं हो सका है। मलबे में फंसे छात्रों को बचावकर्मियों द्वारा पानी और ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मलबे में अभी भी 65 लोगों के दबे होने की आशंका है।
लापता 65 छात्रों में से अधिकतर सातवीं से 11वीं कक्षा के छात्र हैं, जिनकी उम्र 12 साल से लेकर 17 साल के बीच है। खोज और बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि कंक्रीट के भारी स्लैब और अन्य मलबे के चलते बचाव कार्य बाधित हो रहा है। उन्होंने बताया कि बचाव कार्य के लिए भारी उपकरणों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है क्योंकि भारी उपकरणों से ढहा हुआ मलबा और ढह सकता है। यही वजह है कि बचाव कार्य में देरी हो रही है।
पुलिस ने बताया- इमारत के अवैध विस्तार से हुआ हादसा
प्रांतीय पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि छात्र एक इमारत में दोपहर की प्रार्थना कर रहे थे, उसी दौरान इमारत गिर गई। उन्होंने बताया कि स्कूल इमारत का अनधिकृत विस्तार किया जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में एक 13 वर्षीय छात्र की मौत हो गई और 99 अन्य छात्र घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। अधिकारी इमारत के ढहने के कारणों की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि पुराना प्रार्थना कक्ष दो मंजिला था, लेकिन बिना अनुमति के दो और मंजिलें बनाई जा रही थीं। पुरानी इमारत की नींव कंक्रीट की दो मंजिलों का वजन नहीं संभाल पाई और ढह गई।
प्रांतीय पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि छात्र एक इमारत में दोपहर की प्रार्थना कर रहे थे, उसी दौरान इमारत गिर गई। उन्होंने बताया कि स्कूल इमारत का अनधिकृत विस्तार किया जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में एक 13 वर्षीय छात्र की मौत हो गई और 99 अन्य छात्र घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। अधिकारी इमारत के ढहने के कारणों की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि पुराना प्रार्थना कक्ष दो मंजिला था, लेकिन बिना अनुमति के दो और मंजिलें बनाई जा रही थीं। पुरानी इमारत की नींव कंक्रीट की दो मंजिलों का वजन नहीं संभाल पाई और ढह गई।