Israel-Hamas Peace Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि इस्राइल और हमास ने दो साल से चले आ रहे गाजा संघर्ष को समाप्त करने की उनकी शांति योजना के पहले चरण पर सहमति व्यक्त की है। इस समझौते के तहत कुछ बंधकों और कैदियों की रिहाई तथा लड़ाई रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
सभी बंधक बहुत जल्द रिहा होंगे- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इसका मतलब है कि सभी बंधक बहुत जल्द रिहा होंगे और इस्राइल अपनी सेनाओं को पहले चरण के तहत सहमति से निर्धारित क्षेत्र में वापस ले जाएगा। सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा। यह एक मजबूत, स्थायी और शाश्वत शांति की दिशा में पहला कदम है।
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर कहा कि ईश्वर की कृपा से हम सभी को घर लाएंगे। वहीं हमास ने भी स्पष्ट किया कि इस समझौते के तहत इस्राइली सैनिकों की वापसी होगी और मानवीय सहायता के साथ बंधकों और कैदियों का आदान-प्रदान संभव होगा। हमास ने ट्रंप और मध्यस्थों से अनुरोध किया कि इस्राइल इस समझौते के सभी प्रावधानों को बिना किसी देरी के लागू करे।
20 जीवित बंधकों को रिहा करेगा हमास
हमास इस सप्ताहांत सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा करेगा, जबकि इस्राइली सेना गाजा के अधिकांश हिस्से से पीछे हटना शुरू करेगी। हालांकि कई सवाल अभी भी बने हुए हैं, लेकिन इस समझौते से ऐसा लगता है कि दोनों पक्षों ने युद्ध समाप्त करने की दिशा में महीनों में सबसे ज्यादा प्रगति की है। दो साल के युद्ध में हजारों फिलिस्तीनियों की जानें गई हैं, गाजा का अधिकांश हिस्सा तबाह हो गया है और मध्य पूर्व में अन्य संघर्ष भी भड़के हैं।
यह समझौता मिस्र में कई दिनों की वार्ता के बाद हुआ, जो ट्रंप समर्थित शांति योजना पर आधारित थी। ट्रंप की उम्मीद है कि इससे अंततः स्थायी शांति स्थापित होगी और क्षेत्र में दीर्घकालिक स्थिरता आएगी।
मध्य पूर्व की यात्रा करेंगे ट्रंप
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे कुछ ही दिनों में मध्य पूर्व की यात्रा करने पर विचार कर रहे हैं। एक और संकेत तब मिला जब अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने ट्रंप को व्हाइट हाउस के कागज पर नोट दिया, जिसमें लिखा था कि आपको जल्दी ही एक पोस्ट को अप्रूव करना है ताकि आप समझौते की घोषणा पहले कर सकें। यह नोट ट्रंप को समझौते के निकट होने का संकेत माना गया।
यह युद्ध 7 अक्तूबर 2023 को हमास के इस्राइल पर हमले से शुरू हुआ, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश नागरिक थे और 251 लोग बंधक बनाए गए। इस्राइल की जवाबी सैन्य कार्रवाई में हजारों फिलिस्तीनियों की जानें गई, गाजा का अधिकांश हिस्सा तबाह हुआ और वैश्विक राजनीति पर भी इसका प्रभाव पड़ा।
फलस्तीनियों और इस्राइल के बीच हुआ समझौता
यह युद्ध शुरू होने के बाद तीसरा संभावित संघर्ष विराम होगा। पहला संघर्ष विराम नवंबर 2023 में हुआ था, जिसमें मुख्य रूप से महिलाएं और बच्चे सहित 100 से अधिक बंधकों को फलस्तीनी कैदियों के बदले रिहा किया गया था, लेकिन यह जल्दी टूट गया। दूसरा संघर्ष विराम इस साल जनवरी और फरवरी में हुआ, जिसमें फलस्तीनी विद्रोहियों ने 25 इस्राइली बंधकों और 8 मृतकों के शवों को लगभग 2,000 फलस्तीनी कैदियों के बदले रिहा किया। इस्राइल ने मार्च में अचानक बमबारी करके उस संघर्ष विराम को समाप्त कर दिया था।
अब तक 67,000 से अधिक फलस्तीनियों की मौत
संयुक्त राष्ट्र और कई स्वतंत्र विशेषज्ञों के अनुसार, गाजा में इस्राइल की सैन्य कार्रवाई को नरसंहार का रूप माना जा रहा है, जबकि इस्राइल इसे खारिज करता है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 67,000 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है और लगभग 1,70,000 लोग घायल हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में इस्राइली हमलों में 10 लोगों की मौत हुई और उनके शव स्थानीय अस्पतालों में लाए गए। गाजा में अधिकांश इलाके तबाह हो चुके हैं और लोग किसी भी तरह का सुरक्षित ठिकाना ढूंढने को मजबूर हैं। जाबालिया से विस्थापित सारा रिहान ने कहा कि मैं प्रार्थना करती हूं कि युद्ध जल्दी समाप्त हो और हम अपने घरों और जगहों पर लौट सकें, भले ही घर न हों। हमारी जमीन में हमारी मौजूदगी ही हमारी सबसे बड़ी खुशी है।