मैक्सिको। फ्रांस के प्रधानमंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू ने बुधवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अगले 48 घंटे में उनके स्थान पर नए प्रधानमंत्री की घोषणा करेंगे। लेकोर्नू ने यह नहीं बताया कि उन्हें कौन बदल सकता है, लेकिन उन्होंने खुद को फिर से पद संभालने के लिए अनुकूल नहीं बताया और कहा मेरा मिशन पूरा हो गया है। हालांकि, फ्रांस टेलीविजन के साथ उनके इंटरव्यू ने राजनीतिक संकट को हल करने के मैक्रों के इरादों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए।
पहला विकल्प यह है कि वह कोई नया प्रधानमंत्री चुनें। लेकिन यह तय करना मुश्किल है कि वह किसे चुनें। उनकी अपनी पार्टी से किसी को लाना मुश्किल है और मैक्रों वामपंथी नेताओं को चुनने के लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि वामपंथी नेता मैक्रों की पेंशन सुधार नीतियों को कमजोर करना चाहते हैं। अगर राष्ट्रपति मैक्रों वामपंथी नेता को प्रधानमंत्री बनाते हैं, तो इससे फ्रांस के दक्षिणपंथी गुट नाराज हो सकते हैं, जो कानून व्यवस्था, प्रवास नीति और सख्त आर्थिक नीतियों की मांग करते हैं।
तीसरा और आखिरी विकल्प यह है कि मैक्रों खुद राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दें। लेकिन वह कई बार कह चुके हैं कि वह ऐसा नहीं करेंगे। फिर भी अगर वह इस्तीफा देते हैं, तो अगला राष्ट्रपति कौन होगा यह साफ नहीं है, लेकिन मौजूदा सर्वेक्षणों में नेशनल रैली के जीतने की संभावना जताई जा रही है।
बजट को लेकर दबाव ने संकट और बढ़ाया
अगर हालात सामान्य होते, तो मैक्रों की अल्पमत सरकार शायद किसी तरह काम चला लेती। लेकिन दो बड़े कारणों ने हालात को और कठिन बना दिए। पहला कारण है फ्रांस का बजट संकट। यूरोपीय देशों में फ्रांस का बजट घाटा सबसे बड़ा है और देश पर दबाव है कि वह खर्च को कम करे। मैक्रों ने अपने कई प्रधानमंत्रियों को सख्त बजट पारित कराने की जिम्मेदारी दी।