RBI Monetary Policy Meet On 7ThFeb: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2025का बजट पेश करते हुए मिडिल क्लास को बड़ी राहत दी है। उन्होंने 12लाख रुपये तक की सालाना आय पर 0%टैक्स लगाने का ऐलान किया। यह मिडिल क्लास के लिए एक बड़ी सौगात है। इसके अलावा, सीनियर सिटीजन के लिए TDS की लिमिट को 50,000रुपये से बढ़ाकर 1लाख रुपये कर दिया गया है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल शुरुआत है और आगे और राहत की उम्मीद है।
बता दें कि,5से 7फरवरी के बीच भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक होने वाली है। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस बैठक में आरबीआई ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। अगर ऐसा होता है, तो मिडिल क्लास को लोन की ब्याज दरों में राहत मिल सकती है। इससे उनका खर्च कम होगा और उनकी बचत में बढ़ोतरी हो सकती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह कटौती 25बेसिस प्वाइंट्स तक हो सकती है।
आर्थिक विकास और लिक्विडिटी बढ़ाने के प्रयास
आरबीआई का फोकस इस बार जीडीपी ग्रोथ पर रहेगा, जिसका अनुमान 7%तक हो सकता है। साथ ही, क्रेडिट फ्लो को बढ़ावा देने के लिए भी कदम उठाए जा सकते हैं। मोतीलाल ओसवाल के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल ने इस बजट को बेहतरीन बताया। उनका कहना है कि इससे कंजम्पशन को बढ़ावा मिलेगा, जो अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद हो सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए 60,000करोड़ रुपये की सरकारी सिक्योरिटीज खरीदने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, डॉलर-रुपया स्वैप ऑक्शन के जरिए भी लिक्विडिटी बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। इस कदम से यह संभावना जताई जा रही है कि आरबीआई ब्याज दरों में कटौती करके लिक्विडिटी को और बढ़ा सकता है।
फरवरी 2023से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
महत्वपूर्ण यह है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने फरवरी 2023से अब तक ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। पिछले एक साल में, रेपो रेट 6.5%पर स्थिर रहा है। इसे महंगाई पर काबू पाने के लिए रखा गया था। ऐसे में, इस बार आरबीआई से राहत की उम्मीद जताई जा रही है।
सरकार और आरबीआई के इन कदमों से मिडिल क्लास और आर्थिक सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं। अगले कुछ हफ्तों में, जब आरबीआई अपने फैसले की घोषणा करेगा, तो यह साफ होगा कि ब्याज दरों में कटौती होती है या नहीं।