America On Indian Illegal Immigrants: ट्रंप सरकार ने अवैध रुप से अमेरिका में रह रहे 104 भारतीयों को वापस भारत भेज दिया। उन सभी के हाथ-पैर बांध कर अमेरिकी सेना के विमान से भारत भेजा गया। जिसके बाद भारत की विपक्षी राजनीतिक दलों ने हंगामा करना शुरु कर दिया है। भारतीय लोगों के साथ किए गए व्यवहार को HUMAN RIGHT का उल्लंघन बताया है। अब इस पूरे प्रकरण पर अमेरिकी दूतावास का बयान सामने आया है। अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि जो भी अमेरिका में अवैध रुप से घुसेगा, उसे वापस भेज दिया जाएगा। साथ ही दूतावास के द्वारा कहा गया है कि अमेरिका में इमिग्रेशन कानूनों को लागू करना वहां के लोगों की सुरक्षा के लिए जरुरी है।
क्या कहा अमेरिकी दूतावास ने?
अमेरिकी दूतावास की ओर से जारी किए गए बयान में भारतीय प्रवासियों को एलियंस कह कर संबोधित किया गया। दूतावास ने कहा कि इन अवैध एलियंस को लागू अमेरिका से निकालने के लिए कानूनों का ईमानदारी से पालन करना देश की नीति है। गौरतलब है कि बुधवार को कुल 104 भारतीय नागरिक अमृतसर पहुंचे। इनमें 79 पुरुष, 25 महिला और 13 बच्चे शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, इन लोगों को मेक्सिको-अमेरिका बॉर्डर सेहिरासत में लिया गया। ये सभी भारत से वैध रुप से निकले थे। लेकिन फिर बाद में ये सभी डंकी रुट से अवैध रुप से अमेरिका पहुंच गए।
विदेश मंत्री का बयान आया सामने
गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद के दोनों सदनों में इस पूरे मामले पर बयान दिया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की संधि का जिक्र किया और कहा कि ये लीगल माइग्रेशन को सपोर्ट करने और अवैध माइग्रेशन को हतोत्साहित करने लिए है। अवैध अप्रवासी वहां अमानवीय हालात में फंसे थे। अवैध अप्रवासियों को वापस लेना ही था। उन्होंने कहा कि डिपोर्टेशन कोई नया नहीं है। विदेश मंत्री ने 2009से अब तक के आंकड़े भी गिनाए और कहा कि हर साल अवैध अप्रवासियों को वापस भेजा जाता है। अमेरिकी नियम के मुताबिक कार्रवाई हुई। विदेश मंत्री ने कहा कि पहली बार लोगों को वापस नहीं भेजा गया है। 2012से ही ये नियम लागू है।