Jaishankar In Munich: दक्षिण जर्मनी में इस वक्त म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन चल रहा है। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुनियाभर के कई प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। इस कार्यक्रम में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर भाग ले रहे हैं। शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में जयशंकर के द्वारा बोली गई बात जमकर वायरल हो रही है। लोकतंत्र से संबंधित सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने अपनी उंगली पर लगे स्याही को दिखाते हुए बताया कि भारत में किस तरह लोकतंत्र पूरी तरह सुरक्षित है। गौरतलब है कि जयशंकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिकी दौरे पर थे। वहीं से वो सीधा म्यूनिख पहुंचे। जहां उन्होंने म्यूनिख सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस के पहले सेशन में हिस्सा लिया। पहले सेशन में लोकतंत्र पर चर्चा होनी थी।
जयशंकर ने दिया क्या दिया जवाब?
म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के पहले सेशन ‘लाइव टू वोट अनदर डे: फोर्टिफाइंग डेमोक्रेटिक रेजिलिएंस’ में जयशंकर से दुनियाभर में लोकतंत्र को खतरे से जुड़ा सवाल पूछा गया। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मैं इस पैनल में जितने भी लोग बैठे हैं, उसमें मैं सबसे आशावादी व्यक्ति हूं। यहां अधिकतर लोग निराशावादी दृष्टिकोण रखते हैं। उन्होंने अपने उंगली पर लगे स्याही को दिखाते हुए कहा मेरी उंगली पर मतदान का निशान है। जो निशान आप मेरे नाखून पर देख रहे हैं, वह उस व्यक्ति का निशान है जिसने अभी-अभी मतदान किया है। विदेश मंत्री दिल्ली चुनाव का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि पिछले साल नेशनल इलेक्शन था। इस चुनाव में 90 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 70 करोड़ लोगों ने मतदान किया था। हम एक ही दिन में वोटों की गिनती करते हैं।
भारतीय लोकतंत्र के बारे में क्या बोला?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “आज दशकों पहले की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक लोग मतदान करते हैं। इसलिए, अगर कोई यह कहे कि लोकतंत्र वैश्विक स्तर पर संकट में है, तो मैं इससे पूरी तरह असहमत हूं। हमारे देश में लोकतंत्र जीवंत है, मतदान सही तरीके से हो रहा है और हम अपने लोकतांत्रिक मार्ग को लेकर आशान्वित हैं. हमारे लिए, लोकतंत्र ने वास्तव में परिणाम दिए हैं।“