Ranveer Allahbadia Controversy: ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ शो में अश्लील टिप्पणी करने के कारण रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना समेत अन्य लोगों पर कानूनी शिकंजा कसा था। ऐसे में गुरुवार को यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया और इंफ्लुएंसर अपूर्वा मुखीजा राष्ट्रीय महिला आयोग के दफ्तर पहुंची। इनके साथ ही आशीष चंचलानी के वकील, इंडियाज गॉट लैटेंट के दो प्रोड्यूसर्स सौरभ बोथरा और तुषार पुजारी भी साथ पहुंचे। इन सभी लोगों से NCW के अधिकारियों ने पूछताछ की। गौरतलब है कि मामला सामने आने के बाद NCW ने इन सभी लोगों को पूछताछ के लिए समन भेजा था। वहीं, इन तमाम लोगों के खिलाफ मुबंई और असम में FIR भी दर्ज हुई थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी।
रणवीर को मिली थी राहत
अभद्र टिप्पणी करने के बाद यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मुबंई और असम पुलिस ने रणवीर और समय रैना सहित करीब दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज की थी। इसके अलावा इन सभी लोगों को महिला आयोग ने भी समन किया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए जब रणवीर और समय सुप्रीम कोर्ट पहुंचे तो वहां भी कोर्ट ने उन्हें भटकार लगाई। हालांकि, कोर्ट ने पहले तो रणवीर की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। वहीं बीतें दिनों रणवीर को पॉडकास्ट करने की भी इजाजत कोर्ट ने दे दी है। कोर्ट ने रणवीर को सख्त हिदायत दी है कि वो पॉडकास्ट में अश्लील कटेंट का इस्तेमाल ना करे।
क्या है पूरा मामला?
‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ कॉमेडी शो में रणवीर अल्लाहबादिया के साथ कई कंटेट क्रिेएटर मौजूद थे। इसमें शामिल हुए एक कंटेस्टेंट के मां-बाप पर रणवीर अल्लाहबादिया ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया था। देश के कई हिस्सों से शो में शामिल लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराए गए। पुलिस ने इस शो में मौजूद कई लोगों को समन जारी किया था। इस मामले में रणवीर अल्लाहबादिया ने सार्वजिनिक तौर से माफी मांगी थी। शो को चलाने वाले समय रैना ने अपने यूट्यूब चैनल से इसके साभी विडियो डिलीट कर दिए थे।