Gaurav Gogoi Bounces Back On Kiren Rejiju: कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने वक्फ बोर्ड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि वक्फ बोर्ड ठीक ढंग से काम करें लेकिन, सरकार इसे कमजोर करना चाहती है। इसी वजह से राजस्व खंड को 7 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है। गोगोई ने प्रस्ताव रखा कि राजस्व को 7 फीसदी से बढ़ाकर 11 फीसदी करना चाहिए।
गौरव गोगोई ने सरकार के वक्फ विधेयक के चार उद्देशयों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार का मकसद है। कमजोर करना, बदनाम करना, विभाजव करना और अधिकार छीनना। उन्होंने विस्तार से बताया कि सरकार संविधान को कमजोर करना चाहती है।
जेपीसी पर उठाए सवाल
गौरव गोगोई ने आगे कहा कि संयुक्त संसदीय समिति की प्रक्रिया सही नहीं थी। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से सुझाए गए एक भी संशोधन को स्वीकार नहीं किया गया। जेपीसी में वक्फ विधेयक पर खंड-खंड चर्चा नहीं हुई। साथ ही जिन लोगों को वक्फ की कोई जानकारी नहीं थी। उन्हें भी समिति में आमंत्रित किया गया। उन्होंने कहा कि बार-बार भ्रम फैला रहे हैं कि पुराने में हाईकोर्ट का रोल नहीं हैं। वक्फ ट्रिब्यूनल का आदेश ही अंतिम होगा। गौरव गोगोई अगर कहीं अन्याय हुआ है तो केंद्र सरकार को ये पावर है कि वह डायरेक्शन जारी कर सकता है। मामले की सुनवाई हाईकोर्ट में भी हो सकती है।
नीयत पर भी उठाए सवाल
गौरव गोगोई ने कहा कि जेपीसी में बहुत विस्तार से चर्चा हो रही है। इसलिए हमें कहना पड़ रहा है कि जेपीसी अध्यक्ष के हमने बार-बार चिट्ठी लिखी। तेलंगाना, तमिलनाडु आईटी एक्ट में ओवरराइटिंग प्रिसिपल है। उसमें आपको तकलीफ नहीं है और यहां इसे हटा रहे हैं। लिमिटेशन एक्ट हटाया गया है। आंध्र प्रदेश के लॉ में वैसे मूल कानून है। इनके आंध्र प्रदेश के साथी को भी जवाब देना पड़ेगा। इनका उद्देश्य यही है कि मसला और बढ़े। जेपीसी में जिस प्रकार से विचार होना चाहिए थे। ये देश उसके खिलाफ है।