Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ हर स्तर पर सख्त रुख अपनाया है। इस कड़ी में भारत की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) के अध्यक्ष मासातो कांडा से मुलाकात की और पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद पर रोक लगाने की मांग की।
बता दें कि,निर्मला सीतारमण ने ADB प्रमुख के अलावा इटली के वित्त मंत्री जियानकार्लो जियोर्जेट्टी से भी मुलाकात कर यही मांग दोहराई। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर स्पष्ट किया कि जो देश आतंकवाद को पनाह और समर्थन देते हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं दी जानी चाहिए।
क्यों मिलती है पाकिस्तान को मदद?
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था लंबे समय से संकट में है। ऐसे में उसे ADB और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) जैसे संगठनों से अरबों डॉलर की आर्थिक मदद मिलती है। यह धनराशि विकास कार्यों, जलवायु परिवर्तन से लड़ने, सड़क और बिजली परियोजनाओं जैसी योजनाओं के लिए दी जाती है।
भारत का आरोप – आतंक को मिलती है बढ़ावा
भारत का कहना है कि पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक मदद का बड़ा हिस्सा आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में खर्च होता है। भारत ने मांग की है कि पाकिस्तान को एक बार फिर FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) की ग्रे लिस्ट में डाला जाए। साथ ही IMF द्वारा दिए गए 7अरब डॉलर के राहत पैकेज पर भी सवाल उठाए हैं।
पहलगाम हमले के बाद भारत का रुख सख्त, सेना को मिली खुली छूट
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया तेजी से सामने आ रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय लेने की क्षमता को सभी जानते हैं और इस मामले में सेना को पूरी छूट दी गई है।