रूस। रूस के सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, ‘आज एक शानदार अभियान चलाया गया — दुश्मन की ज़मीन पर, केवल सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाया गया। विशेष रूप से उन उपकरणों को निशाना बनाया गया जिनका इस्तेमाल कर यूक्रेन पर हमला किया गया। बकौल जेलेंस्की, रूस को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने यूक्रेन की कार्रवाई पूरी तरह से उचित और न्यायसंगत बताया।
यूक्रेन ने रूस को तर्कसंगत-यथार्थवादी प्रस्ताव भेजा
जेलेंस्की ने लिखा, ‘हम अभी भी पूर्ण और बिना शर्त संघर्षविराम (सीजफायर) का प्रस्ताव दे रहे हैं। ऐसे सभी तार्किक और सम्मानजनक कदमों की पेशकश भी कर रहे हैं। इससे एक स्थायी और विश्वसनीय शांति की ओर बढ़ा जा सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, रूस को हमने जो प्रस्ताव भेजा है वह तर्कसंगत और यथार्थवादी है।’
जेलेंस्की ने लिखा, ‘हम अभी भी पूर्ण और बिना शर्त संघर्षविराम (सीजफायर) का प्रस्ताव दे रहे हैं। ऐसे सभी तार्किक और सम्मानजनक कदमों की पेशकश भी कर रहे हैं। इससे एक स्थायी और विश्वसनीय शांति की ओर बढ़ा जा सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, रूस को हमने जो प्रस्ताव भेजा है वह तर्कसंगत और यथार्थवादी है।’
जेलेंस्की का दावा- रूस का दस्तावेज़ हमारे, तुर्की या अमेरिकी पक्ष के पास नहीं
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, रूस के लोगों ने अपना ज्ञापन (memorandum) किसी के साथ साझा नहीं किया है। उनके प्रस्ताव का दस्तावेज़ हमारे, तुर्की या अमेरिकी पक्ष के पास भी नहीं है। जेलेंस्की ने कहा कि रूस का दस्तावेज नहीं होने के बावजूद, वह शांति की दिशा में बढ़ने की कोशिश करेगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, रूस के लोगों ने अपना ज्ञापन (memorandum) किसी के साथ साझा नहीं किया है। उनके प्रस्ताव का दस्तावेज़ हमारे, तुर्की या अमेरिकी पक्ष के पास भी नहीं है। जेलेंस्की ने कहा कि रूस का दस्तावेज नहीं होने के बावजूद, वह शांति की दिशा में बढ़ने की कोशिश करेगा।
अमेरिका ने भी दिया बयान, स्थायी शांति पर जोर
पूरे घटनाक्रम पर अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने भी बयान जारी किया। उन्होंने कहा, विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज रूस के विदेश मंत्री लावरोव से बात की। बातचीत रूस के अनुरोध पर हुई। रुबियो ने राष्ट्रपति ट्रंप की यह बात दोहराई जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्थायी शांति हासिल करने के मकसद से रूस और यूक्रेन के बीच प्रत्यक्ष वार्ता जारी रखने की वकालत की थी।
पूरे घटनाक्रम पर अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने भी बयान जारी किया। उन्होंने कहा, विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज रूस के विदेश मंत्री लावरोव से बात की। बातचीत रूस के अनुरोध पर हुई। रुबियो ने राष्ट्रपति ट्रंप की यह बात दोहराई जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्थायी शांति हासिल करने के मकसद से रूस और यूक्रेन के बीच प्रत्यक्ष वार्ता जारी रखने की वकालत की थी।