(महेंद्र कुमार सिंह)
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट कर उत्तराखंड राज्य के समग्र विकास से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने केंद्र सरकार के सतत सहयोग के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा कि उत्तराखंड विकसित भारत 2047 के विजन में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तत्पर है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को 27 देशों द्वारा प्रदान किए गए सर्वोच्च नागरिक सम्मानों के लिए बधाई दी और उन्हें उत्तराखंड की संस्कृति और परंपरा से जुड़े उपहार भेंट किए। इनमें कार्तिक स्वामी मंदिर का प्रतिरूप, आदि कैलाश यात्रा पर आधारित कॉफी टेबल बुक, धारचूला का घी, पुरोला का लाल चावल, बासमती चावल, काला जीरा, गंध रैण, जम्बू और स्थानीय शहद शामिल थे। गंगा व शारदा कॉरिडोर के विकास के लिए सीएसआर फंडिंग का आग्रह मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से हरिद्वार गंगा कॉरिडोर, ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर और चम्पावत स्थित शारदा कॉरिडोर के लिए अवस्थापना विकास में सीएसआर फंडिंग के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के समान इन स्थलों का भी पुनर्विकास आवश्यक है। नंदा राजजात यात्रा 2026 के सफल आयोजन हेतु केंद्र से 400 करोड़ की मांग मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को अगस्त 2026 में आयोजित होने वाली नंदा राजजात यात्रा के लिए आमंत्रित करते हुए, इस ऐतिहासिक पर्व के सफल आयोजन के लिए 400 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता का आग्रह भी किया। महाकुंभ 2027 के लिए 3500 करोड़ की विशेष सहायता का अनुरोध हरिद्वार में वर्ष 2027 में आयोजित होने वाले महाकुंभ की तैयारियों के तहत मुख्यमंत्री ने पुलों की मरम्मत, पार्किंग, विद्युत, पेयजल, शौचालय, परिवहन और पैदल मार्गों के निर्माण जैसे कार्यों के लिए 3500 करोड़ रुपये की विशेष सहायता की मांग प्रधानमंत्री से की। विद्युत लाइनों के भूमिगतकरण और ऑटोमेशन हेतु 1015 करोड़ की डीपीआर स्वीकृति की मांग मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश और हरिद्वार में एचटी और एलटी विद्युत लाइनों के भूमिगतकरण तथा विद्युत प्रणाली को स्वचालित बनाने के लिए भेजी गई 1015 करोड़ रुपये की डीपीआर को आरडीएसएस योजना में स्वीकृति दिलाने का भी अनुरोध किया। चौरासी कुटिया के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से अनुमोदन की मांग मुख्यमंत्री ने चौरासी कुटिया को उसके ऐतिहासिक स्वरूप में पुनर्स्थापित करने की योजना का उल्लेख करते हुए, इसके प्रस्ताव को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से स्वीकृत कराने का आग्रह भी किया। पिण्डर-कोसी लिंक परियोजना से 625 गांवों को मिलेगा लाभ मुख्यमंत्री ने हिम आधारित पिंडर नदी और वर्षा आधारित नदियों को जोड़ने के उद्देश्य से प्रस्तावित पिण्डर-कोसी लिंक परियोजना को भारत सरकार की विशेष योजना में शामिल करने की मांग की। इस परियोजना से बागेश्वर, अल्मोड़ा और नैनीताल जिलों के 625 गांवों के लगभग 2 लाख लोग लाभान्वित होंगे। 596 मेगावाट क्षमता की जल विद्युत परियोजनाओं के लिए अनुमति का आग्रह मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की संस्तुतियों के तहत 596 मेगावाट की पांच जल विद्युत परियोजनाओं को मंजूरी देने का भी अनुरोध किया। प्रधानमंत्री ने चारधाम यात्रा, आदि कैलाश यात्रा, नंदा राजजात यात्रा और हरिद्वार महाकुंभ की तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उत्तराखंड के विकास में केंद्र सरकार के हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया।