हरियाणा। भारतीय मौसम विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2025 के पहले पखवाड़े में हरियाणा के सिरसा जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 908% अधिक है। वहीं, यमुनानगर जिला सबसे कम बारिश वाला रहा, जहां सामान्य से 96% कम वर्षा हुई। हिसार जिले में भी बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ा, जहां सामान्य से 499% अधिक वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, हरियाणा में 20 जुलाई तक मानसून पूरी तरह सक्रिय रहेगा। उत्तरी राजस्थान पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे पाकिस्तान की ओर बढ़ रहा है, जिसके प्रभाव से 15 से 18 जुलाई तक हरियाणा के पश्चिमी, दक्षिणी, उत्तरी और मध्य जिलों में बारिश की गतिविधियां तेज रहेंगी। इसके अलावा, 18 जुलाई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना है। हालांकि, मौसम विशेषज्ञों ने संकेत दिया है कि इसके बाद मानसून टर्फ के उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों की तलहटी पर पहुंचने से कुछ दिनों के लिए मानसून में कमी देखने को मिल सकती है।
किसानों और आम जनता के लिए सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, ताकि अधिक बारिश से फसलों को नुकसान न हो। साथ ही, नागरिकों को तेज हवाओं और बारिश के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हरियाणा में मानसून की यह सक्रियता जहां कुछ जिलों में राहत लेकर आई है, वहीं कम बारिश वाले जिलों में जल संकट की आशंका बनी हुई है। मौसम विभाग अगले कुछ दिनों में स्थिति पर नजर रखे हुए है और नियमित अपडेट जारी करेगा।