(हिन्दुस्तान दर्पण संवाददाता)
दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में आज डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम और नियंत्रण को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। दिल्ली सचिवालय में मौजूद इस बैठक में मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मच्छरों की उत्पत्ति पर चालान काटने से पहले दो बार चेतावनी दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मच्छरों की रोकथाम के लिए फॉगिंग (धुआं छोड़ना) को तय समय से पहले शुरू कर दी जाए, ताकि कीट जनित रोगों का फैलाव पहले से ही रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन रोगों को लेकर आगामी दो माह बेहद महत्वपूर्ण हैं, इसलिए पहले से ही तैयारी जरूरी है। इसके लिए जागरुकता, निगरानी व कार्रवाई जरूरी है। इस बैठक में दिल्ली नगर निगम, दिल्ली जल बोर्ड व दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कीट जनित बीमारियों का प्रकोप अभी दिल्ली में फैला नहीं है, इसके बावजूद हमें सतर्क और एक्शन में आ जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए सारे उपाय करें और इस अभियान में लोगों को भी शामिल करें। इसके लिए सभी प्रकार के प्रचार माध्यमों का उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों, पार्कों, खुले स्थानों, अस्पतालों आदि में मच्छरों की उत्पत्ति रोकने के विशेष प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन घरों या स्थानों में मच्छर की उत्पत्ति पाई जाती है, वहां चालान काटने से पहले दो बार चेतावनी दी जाए, ताकि लोग जागरुक हो जाए और मच्छरों से बचाव के उपाय खुद ही तलाशें। बैठक में अफसरों ने बताया कि मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए सितंबर माह में फॉगिंग की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही फॉगिंग अभियान शुरू किया जाए, ताकि मच्छरों का प्रकोप रुके और लोगों का विश्वास बढ़े कि सरकार व शासन डेंगू व अन्य बीमारियों की रोकथाम में गंभीरता से जुटा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इन बीमारियों की रोकथाम के लिए दवाओं या मशीनरी आदि की कमी नहीं रहनी जाए, अगर कुछ समस्या आए तो सीधे हमें सूचित करें। इन बीमारियों से बचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जानकारी दी कि अब तक 5,09,524 घरों में फॉगिंग और मच्छरनाशक स्प्रे का कार्य किया जा चुका है। इसके अलावा, 71,086 घरों में मच्छरों के लार्वा पाए गए जिन्हें मौके पर ही नष्ट किया गया। इस कार्य के माध्यम से संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बायोलॉजिकल कंट्रोल के तहत दिल्ली के 279 स्थानों पर लार्वीवोरस मछलियां छोड़ी गई हैं, जो मच्छरों के लार्वा को प्राकृतिक रूप से खत्म करने में सहायक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू जैसे रोगों से बचाव केवल सरकारी काम नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी से ही संभव है। उन्होंने बताया कि डेंगू से निपटने के लिए हर स्तर पर एक समन्वित प्रयास की आवश्यकता है। जनता को जागरूक करना, सार्वजनिक स्थलों की नियमित सफाई सुनिश्चित करना और तकनीक के माध्यम से निगरानी को और प्रभावी बनाना हमारी प्राथमिकता है।