भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों को किया सम्मानित
शाह ने यह बात भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों को सम्मानित करते हुए कही, जिन्होंने ऑपरेशन महादेव को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को मार गिराया। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में आतंकियों ने 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। इसके जवाब में सशस्त्र बलों ने मई में ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर जवाबी कार्रवाई की गई थी। ऐसे ही ऑपरेशन महादेव के जरिए सुरक्षा बलों ने जुलाई में पहलगाम नरसंहार में शामिल आतंकवादियों का सफाया कर दिया था।
आतंक के आकाओं को स्पष्ट संदेश
शाह ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव ने आतंक के आकाओं को भारतीय नागरिकों की जान से खेलने के परिणामों के बारे में एक स्पष्ट संदेश दिया है।’ गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों ने दुनिया को दिखा दिया है कि आतंकवादी चाहे कितनी भी रणनीति अपनाएं, वे अब भारत को नुकसान पहुंचाकर बच नहीं सकते।
पहलगाम हमला ‘कश्मीर मिशन’ को पटरी से उतारने का असफल प्रयास
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब कश्मीर में पर्यटन अपने चरम पर था, पहलगाम हमला ‘कश्मीर मिशन’ को पटरी से उतारने का एक असफल प्रयास था। शाह ने यह भी कहा कि सेना और अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस अब आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
सुरक्षा बलों के प्रति आभार
गृह मंत्री ने कहा, ‘चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी ने ऑपरेशन सिंदूर और महादेव को लेकर खुशी और उत्साह महसूस किया और सुरक्षा बलों के प्रति आभार व्यक्त किया।’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा में यही विश्वास भारत की हर क्षेत्र में दुनिया में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने की आकांक्षा का आधार है।
ऑपरेशन महादेव के दौरान मारे गए पहलगाम के आतंकी
शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की फॉरेंसिक लैब ने साबित कर दिया है कि ऑपरेशन महादेव के दौरान मारे गए आतंकवादी वही थे जिन्होंने पहलगाम में नरसंहार को अंजाम दिया था। गृह मंत्री ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरे देश की ओर से मैं भारतीय नागरिकों के दिलों में सुरक्षा की भावना को मजबूत करने के लिए सुरक्षा बलों को बधाई देता हूं।’