मुंबई: महाराष्ट्र में म्युनिसिपल चुनावों की घोषणा के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने मंगलवार को महायुति गठबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अजीत पवार की पार्टी को चुनाव में अलग-थलग करने की रणनीति बनाई गई है. वडेट्टीवार के मुताबिक, सत्ता का आनंद लेते हुए अजीत पवार की पार्टी महायुति में शामिल है, लेकिन चुनाव में कांग्रेस के सेक्युलर वोटों को बांटने के लिए अजीत पवार को इंडिपेंडेंट चुनाव लड़ने पर मजबूर किया जा रहा है.
यह महायुति की स्ट्रैटेजी है-वडेट्टीवार
वडेट्टीवार ने कहा कि BJP और शिंदे गुट का गठबंधन म्युनिसिपल चुनाव में रहेगा, लेकिन अजीत पवार की पार्टी को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा. यह कांग्रेस के वोट बैंक को कमजोर करने की सोची-समझी रणनीति है. उन्होंने आरोप लगाया कि महायुति का दोहरा रवैया चुनावी राजनीति को उजागर करता है.
दोहरा रवैया का लगाया आरोप
कांग्रेस नेता ने कहा कि हसन मुश्रीफ को कैबिनेट मंत्री बनाकर उनके साथ चाय-नाश्ता करना और चुनाव आते ही नवाब मलिक का मुद्दा उठाना, यह BJP की चाल है. उन्होंने आरोप लगाया कि BJP चुनाव जीतने के लिए हिंदुत्व का मुद्दा उठाती है और हिंदू-मुस्लिम विवाद को हवा देती है.
महाविकास अघाड़ी का क्या होगा भविष्य?
वडेट्टीवार ने स्पष्ट किया कि महाविकास अघाड़ी साथ रहेगी या नहीं, यह लोकल नेताओं और पदाधिकारियों पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा कि स्थानीय समीकरणों को देखकर ही फैसला होगा. हमारा उद्देश्य वोटों का बंटवारा रोकना है ताकि BJP को फायदा न मिले.
OBC आरक्षण पर लटकी है तलवार: वडेट्टीवार
कांग्रेस नेता ने OBC आरक्षण को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि लोकल बॉडी चुनाव में OBC को 27% आरक्षण दिया गया था, लेकिन अगर कोर्ट में जाकर इन सीटों के चुनाव रद्द कर दिए जाते हैं तो जिम्मेदारी किसकी होगी? वडेट्टीवार ने चेतावनी दी कि OBC सीटों पर अभी भी तलवार लटकी हुई है और यह बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है.
महाराष्ट्र में म्युनिसिपल चुनावों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक समीकरण बदलते दिख रहे हैं. महायुति की रणनीति और महाविकास अघाड़ी की एकजुटता पर सबकी नजरें टिकी हैं.

