– इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी ने नाम वापस लिया
– सूरत में भाजपा के अलावा कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं
– खजुराहो में कांग्रेस का प्रत्याशी नहीं, सपा उम्मीदवार की पर्चा खारिज
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में ऐसा दुर्लभ है कि वोटिंग से पहले ही किसी प्रत्याशी की जीत तय हो जाए। मौजूदा चुनाव में अभी दूसरे ही चरण की वोटिंग हुई है, लेकिन तीन सीट ऐसी हैं, जिन पर भाजपा की जीत का रास्ता साफ हो गया है।
इंदौर: ऐन वक्त पर कांग्रेस प्रत्याशी ने नाम वापस लिया
मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर नाम वापस लेने के आखिरी दिन कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नाम वापस ले लिया। इस तरह भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी के सामने अब कांग्रेस की चुनौती खत्म हो गई है।
सूरत: भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध जीते
सूरत में कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का फॉर्म रद्द हो गया। इसके बाद शेष बचे निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी नाम वापस ले लिया। इस तरह चुनाव मैदान में भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल के अलावा कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं है। सूरत में 7 मई को मतदान होना था।
खजुराहो: भाजपा प्रत्याशी को वाकओवर
गठबंधन के तहत कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी को दी थी, लेकिन यहा सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया। इस तरह भाजपा को वाकओवर मिल गया है। यहां भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा मैदान में हैं। हालांकि INDI गठबंधन ने आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक के प्रत्याशी पूर्व आइएएस आरबी प्रजापति को समर्थन दिया, पर यह खानापूर्ति जैसा लग रहा है। खजुराहो में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग हो गई है।