Murshidabad Violence: वक्फ कानून के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हर गुजरते दिन के साथ हिंसा बढ़ती जा रही है। इस बीच मुर्शिदाबाद हिंसा में एक और युवक की मौत की खबर सामने आई है। बताया गया कि पुलिस के साथ हुई झड़प में ये युवक घायल हुआ था। इस बीच प्रशासन ने बढ़ती हिंसा के मद्देनजर मुर्शिदाबाद में धारा 163 लगा दी है। बता दें कि धारा 163 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की एक धारा है, जो पहले भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 144 के रूप में जानी जाती थी.
राजनीति हुई तेज
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जारी हिंसा के बीच सियासी पारा भी खूब चढ़ रहा है। भारतीय जनता पार्टी के नेता हिंसा पर लगातार राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साध रहे हैं। इस कड़ी में भाजपा नेता आर.पी. सिंह ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर कहा, ‘वे (ममता बनर्जी) साफ-साफ क्यों नहीं कह रही हैं कि ये गलत है। वे राज्य की गृह मंत्री हैं, उनके पास इंटेलिजेंस है। उनके लोग खुद ये सब करवा रहे हैं, सरकार खुद इसमें लिप्त है… दिख रहा है कि ये सब सरकार की मर्जी से हो रहा है, ममता बनर्जी को जवाब देना होगा। वे अपनी वोट बैंक की राजनीति में सब हदें पार कर रहे हैं।’
क्या बोले सुवेंदु अधिकारी?
पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख कर पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की। उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगों के मद्देनजर, मैंने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की आवश्यकता के लिए राज्य सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की थी। राज्य सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया। कोई अन्य विकल्प न होने पर, मैंने तत्काल सुनवाई के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया… मेरी प्रार्थना स्वीकार कर ली गई है और न्यायमूर्ति सौमेन सेन और न्यायमूर्ति राजा बसु चौधरी की खंडपीठ मेरे द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करेगी।’