पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 27 दिसंबर तक रात और सुबह के समय बहुत घना कोहरा छाया रहने का अनुमान है। बिहार, ओडिशा, राजस्थान, उत्तरी छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तरी मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में अगले दो से तीन दिनों तक घना कोहरा छाया रह सकता है। अगले तीन दिनों तक उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में चरणबद्ध तरीके से 3-5 डिग्री सेल्सियस के बीच गिरावट आ सकती है। अगले 24 घंटे के बाद मध्य भारत में भी तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर : चिल्ले कलां के दूसरे दिन भी पहाड़ों पर हिमपात
कश्मीर में चिल्ले कलां के दूसरे दिन सोमवार को भी पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी हुई। मैदानी इलाकों में बादल छाए रहे। शनिवार से बंद बांदीपोरा-गुरेज मार्ग और रविवार को बर्फबारी के बाद बंद मुगल रोड अब तक नहीं खुल पाया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी बर्फबारी की संभावना जताई है। नए साल तक मौसम ऐसा ही रहने व सर्दी बढ़ने का अनुमान है। बर्फबारी के बाद से ही ठंडी हवा ने कंपकंपी बांध रखी है। श्रीनगर में दिन और रात के तापमान में महज 5.5 डिग्री का फर्क है। दिन का तापमान बेहद कम होने के कारण सर्दी ज्यादा महसूस हो रही है। सोमवार को श्रीनगर में अधिकतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य ये 0.5 डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार घाटी में 31 दिसंबर तक कही आंशिक और कहीं सामान्य बादल छाए रहेंगे।
गुलमर्ग में 9 इंच बर्फ गिरी, पर्यटकों से गुलजार हुए पर्यटन स्थल
कश्मीर घाटी में बर्फबारी ने घाटी के ऊपरी इलाकों को सफेद चादर से ढक दिया है। इनमें कश्मीर के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सोनमर्ग, गुलमर्ग, दूधपथरी, दकसुम, पहलगाम आदि शामिल हैं। सोमवार की सुबह तक हुई बर्फबारी ने इन पर्यटन स्थलों को पर्यटकों से गुलजार कर दिया है। गुलमर्ग में करीब 9 इंच और सोनमर्ग में 7 इंच के अलावा पहलगाम के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल समेत जेड गली, मच्छिल, राजधान पास, साधना टॉप, नौगाम सेक्टर के अलावा पीर पंचाल की पहाड़ियों पर भी 4-5 इंच ताजा बर्फबारी रिकॉर्ड हुई।
कोहरे के कारण दिल्ली में 14 उड़ानें रद्द, 500 में देरी हुई
राष्ट्रीय राजधानी में छा रहे घने कोहरे की सबसे बुरी मार हवाई सेवाओं पर पड़ी है। सोमवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से 14 उड़ानें रद्द हुईं, जबकि 500 से अधिक में विलंब हुआ। अधिकारियों ने बताया कि रद्द उड़ानों में छह आगमन और आठ प्रस्थान वाली उड़ानें शामिल हैं। इनमें अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी थीं। फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटरडार24डॉटकॉम पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 500 से अधिक उड़ानें विलंबित हुईं और औसत विलंब समय 30 मिनट से थोड़ा अधिक था।