Nirmala Sitharaman On Kejriwal: दिल्ली में चुनावी बवाल तेज होता जा रहा है। हरियाणा सरकार पर यमुना को जहरीला करने का आरोप लगाते हुए दिल्ली की सीएम आतिशी मंगलवार को चुनाव आयोग पहुंच गई। इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने भी यमुना के पानी को जहरीला करने का आरोप सैनी सरकार पर लगा चुके हैं। इस बीच मंगलवार देर शाम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चुनाव आयुक्त से मिलने पहुंचीं। चुनाव आयुक्त से मुलाकात करने के बाद वित्त मंत्री सीतारमण ने यह मांग की कि अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार करने से रोका जाए। कहा कि केजरीवाल ने मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन किया है। ये भारत के फेडरल स्ट्रक्चर के लिए खतरनाक है और चुनावी प्रक्रिया के लिए भी। बता दें, दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होना है। 8 फरवरी को परिणाम घोषित हो जाएंगे।
#WATCH | #DelhiElections2025 | After the BJP delegation meeting with the Election Commission regarding the Yamuna water issue, Union Minister Nirmala Sitharaman says, "… We came to protest and submit our petition to the EC on the very unfair, irresponsible, and the violative of… pic.twitter.com/JQgzCzlUIX
— ANI (@ANI) January 28, 2025
हरियाणा के लोगों का किया अपमान
निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल ने खुद को अराजकतावादी बताया, लेकिन क्या यह चुनावी लोकतंत्र के लिए उचित है? चुनाव आयोग ने हमारी शिकायतें सुनीं। एक पूर्व मुख्यमंत्री दूसरे मुख्यमंत्री पर नरसंहार का आरोप कैसे लगा सकता है? यह अरविंद केजरीवाल का गैरजिम्मेदाराना बयान है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के शब्द हरियाणा के लोगों का अपमान हैं, जिन्होंने सीएम सैनी को चुना है।
इस दौरान वित्त मंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी थे। भूपिंदर यादव ने कहा कि आप प्रमुख केजरीवाल हताश हैं। उन्होंने जहरीली राजनीति की है। आप दिल्ली में जहरीली राजनीति कर रही है। उनकी राजनीति निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया के खिलाफ है। हमने अरविंद केजरीवाल का भाषण सौंपा है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि पानी में जहर मिलाया गया है। यह केजरीवाल की अराजकतावादी राजनीति है।
आतिशी ने क्या कहा?
मंगलवार को चुनाव आयुक्त से मुलाकात करने के बाद सीएम आतिशी ने कहा “हमने दिल्ली में पानी के मुद्दे पर चर्चा की। चुनाव आयोग को बताया कि हरियाणा से आने वाले यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर किस तरह से विषाक्त स्तर तक पहुंच गया है। अगर हमें ऐसा ही दूषित पानी मिलता रहा तो हमारे कई जल उपचार संयंत्र बंद हो जाएंगे और दिल्ली के 30% हिस्से को पानी नहीं मिलेगा।