Pakistani Detactive Jyoti Malhotra: हरियाणा के हिसार की 33 वर्षीय ज्योति मल्होत्रा, जिन्हें उनके यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ के लिए जाना जाता था, अब पाकिस्तान के लिए जासूसी के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार होकर सुर्खियों में हैं। उनके 3.77 लाख यूट्यूब सब्सक्राइबर्स और 1.32 लाख इंस्टाग्राम फॉलोअर्स के साथ, ज्योति एक लोकप्रिय ट्रैवल ब्लॉगर थीं, जो पाकिस्तान सहित कई देशों की यात्राओं के वीडियो बनाती थीं। लेकिन 17 मई 2025 को उनकी गिरफ्तारी ने उनके मासूम चेहरे के पीछे छिपी एक खतरनाक कहानी को उजागर किया।
क्या आरोप लगें है ज्योति पर ?
ज्योति पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को भारत की संवेदनशील सैन्य और रणनीतिक जानकारियां दीं। जांच में पता चला कि 2023 में वह पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आईं, जिसे भारत ने 13 मई 2025 को जासूसी के आरोप में अवांछित व्यक्ति घोषित कर देश छोड़ने का आदेश दिया था। ज्योति ने दानिश की मदद से पाकिस्तान की तीन बार यात्रा की और वहां ISI एजेंटों से गहरे संबंध बनाए। उनके यूट्यूब वीडियो, जैसे ‘इंडियन गर्ल इन पाकिस्तान’ और ‘इश्क लाहौर’, कथित तौर पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि बनाने और भारत विरोधी प्रचार के लिए इस्तेमाल हुए।
किन धाराओं के चलते दर्ज हुआ केस
पुलिस ने ज्योति के लैपटॉप और मोबाइल से महत्वपूर्ण सबूत जब्त किए, जिनमें गोपनीय जानकारी साझा करने के संकेत मिले। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। हिसार कोर्ट ने उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने बेटी को बेकसूर बताया, लेकिन जांच एजेंसियां उनके जासूसी नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हैं।’ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत हरियाणा और पंजाब से छह जासूसों की गिरफ्तारी हुई, जिनमें ज्योति प्रमुख हैं। यह मामला सोशल मीडिया के दुरुपयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे को उजागर करता है।
यूट्यूबर बनने से पहले क्या करती थी ज्योति
ज्योति के पिता कारपेंटर हैं, लेकिन कमाई कुछ खास नहीं है। ज्योति अपने मां-बाप की इकलौती संतान हैं, लेकिन 20 साल पहले माता-पिता का तलाक हो चुका है। घर चाचा की पेंशन से चलता था । ज्योति कि पढ़ाई-लिखाई हिसार से हुई है। उसने FCJ कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई की है और इसके बाद वो दिल्ली चली गई थी।वहां पर उसे मात्र 20,000 की नौकरी मिली और वह पीजी में रहने लगी थी। साल 2020 में कोरोना काल में कंपनी ने उसे नौकरी से निकाल दिया था, इसके बाद वह हिसार लौटकर आ गई। जब वह बेरोजगार हो गई तो उसने अपना रुख सोशल मीडिया की तरफ कर लिया और देखा कि कई लोग व्लॉग बनाकर पैसे कमा रहे हैं। जिसके बाद उसने व्लॉग के जरिए पैसे कमाने का सोचा।