China Taiwan Conflict: चीन और ताइवान एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। ऐतिहातन ताइवन ने अपनी सीमा पर भारी संख्या में सेना को तैनात कर दिया है। दरअसल, चीन की ओर से ताइवान के पास ‘लाइव फायर’ ड्रिल करने का ऐलान किया गया था। चीन की इस हरकत को ताइवान रक्षा विभाग द्वारा खतरनाक बताया गया। गौरतलब है कि इससे पहले भी चीन ताइवान के आसपास ऐसे मिलिट्री ड्रिल कर चुका है। साथ ही चीन ने कई मौकों पर ताइवान को अपना हिस्सा भी बताया है। हालांकि, ताइवान की सरकार ने हमेशा चीन के दावों को नकारा है। ताइवान अफने आप को लोकतांत्रिक देश कहता है। उनका कहना है कि ताइवान का भविष्य उनके लोग ही तय करेंगे।
ताइवान का आया बयान
ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, चीन ने ताइवान के चारों ओर 32 सैन्य विमान तैनात किए हैं और द्वीप के दक्षिण में लगभग 40 समुद्री मील (74 किमी) की दूरी पर ‘लाइव फायर’ अभ्यास शुरू किया है। इस स्थिति को देखते हुए ताइवान ने अपनी नौसेना, वायु सेना और थल सेना को सतर्क रहने, निगरानी करने और उचित प्रतिक्रिया देने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब चीन ताइवान के आसपास कोई ड्रिल कर रहा है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से संघर्ष देखा जाता रहा है। खुद चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने ताइवान को खुली धमकी दी है।
राष्ट्रपति जिनपिंग ने दी थी चेतावनी
नए साल की स्पीच के दौरान राष्ट्रपति जिनपिंग ने खुलेआम ताइवान और उनके समर्थन करने वालों देशों को चेतावनी दी थी। उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि चीन के साथ ताइवान के विलय को कोई नहीं रोक सकता है। दरअसल, समय-समय पर ताइवान को अमेरिका से भारी मात्रा में हथियार मिलते आए हैं। जिससे चीन की बौखलाहट दिखाई देती है। 2.3 करोड़ की आबादी वाला ताइवान भी कई मौकों पर चीन के खिलाफ डट कर खड़ा दिखाई देता है। यही कारण है कि चीन चाहते हुए भी ताइवान पर हमला नहीं कर पाता है। गौरतलब है कि चीन की विस्तारवादी नीति के कारण ताइवान के अलावा कई देश परेशान हैं।