उत्तर प्रदेश : देश में दुनियाभर की कंपनियां मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन पर जोर दे रही हैं। असल में कम मजदूरी लागत और कच्चे सामान की उपलब्धता के कारण ज्यादातर कंपनियां भारत में निवेश कर रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग व आईटी निवेश में प्रमुख निर्यातक राज्य के तौर पर उभर रहा है।
राज्य में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का निर्यात 82,000 करोड़ को पार कर गया है। राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में मोबाइल फोन बनाने में उत्तर प्रदेश अकेला राज्य है, जहां से पूरे देश का 55 फीसदी उत्पादन हो रहा है। 2017 में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 3,862 करोड़ रुपये था। 2024-25 में बढ़कर 44,744 करोड़ हो गया। आईटी निर्यात 55,711 करोड़ से 82,055 करोड़ हो गया है। प्रदेश कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रमुख निर्यातक राज्य के रूप में उभर चुका है। सेमीकंडक्टर पॉलिसी-2024 लागू होने के बाद इस क्षेत्र में बड़े निवेश की संभावनाएं खुल रही हैं।
निवेश केंद्र के तौर पर उभर रहा यूपी
यूपी कम लॉजिस्टिक्स लागत, बेहतर कानून-व्यवस्था व सिंगल विंडो सिस्टम से लैस युवा कार्यबल ने दुनिया के निवेशकों को आकर्षित किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा, निवेश संरक्षण व इंडस्ट्रियल टाउनशिप आधारित अप्रोच ने औद्योगिक विकास को गति दी है। यूपी का उभरना मतलब देश का टेक्नोलॉजी व विनिर्माण भविष्य महानगरों तक सीमित नहीं रहेगा।
यूपी कम लॉजिस्टिक्स लागत, बेहतर कानून-व्यवस्था व सिंगल विंडो सिस्टम से लैस युवा कार्यबल ने दुनिया के निवेशकों को आकर्षित किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा, निवेश संरक्षण व इंडस्ट्रियल टाउनशिप आधारित अप्रोच ने औद्योगिक विकास को गति दी है। यूपी का उभरना मतलब देश का टेक्नोलॉजी व विनिर्माण भविष्य महानगरों तक सीमित नहीं रहेगा।

