– छत्तीसगढ़ और अयोध्या के संबंधों की पीएम मोदी ने दी दुहाई
– सक्ती के जेठा मैदान में छत्तीसगढ़वासियों को अपने साथ भावनात्मक रूप से जाेड़ते नजर
– अपने अंदाज में पूछा रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को ठुकराने वाली कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ का अपमान किया या नहीं
बिलासपुर। सक्ती के जेठा मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले चार लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं के बहाने छत्तीसगढ़ और देशवासियों को बड़ा संदेश दिया। छत्तीसगढ़ और अयोध्या के संबंधों को जोड़ते हुए पीएम ने छत्तीसगढ़वासियों से कहा यह तो प्रभु श्रीराम का ननिहाल है। अपने अंदाज में पूछा रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को ठुकराने वाली कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ का अपमान किया या नहीं। माता शबरी का अपमान किया या नहीं। अहंकारी कांग्रेस से इस अपमान का बदला लेना है या नहीं।
जांजगीर लोकसभा क्षेत्र के सक्ती जिला स्थित जेठा मैदान में पीएम मोदी तकरीबन 35 मिनट ग्रामीणों से सीधी चर्चा की। जिस अंदाज में उन्होंने अपनी बातें रखी और भावनात्मक रूप से जोड़ने की कोशिश की,सभा समाप्त होने के बाद इस बात की चर्चा होते रही। जब पीएम मोदी भावना के बयार में बहे चले जा रहे थे उनकी बातों को सुनकर सभा स्थल पर बैठी महिलाओं की आंखें डबडबा गई थी। उनकी बातें सुनकर दोनों हाथ उठाकर आशीर्वाद देतीं रहीं। सामने बैठी भीड़ से सीधे संपर्क स्थापित करते हुए पीएम मोदी ने बीते दिनों छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं के बिगड़े बोल पर किसी का नाम लिए बगैर कहा कांग्रेस वाले कहते हैं मोदी का सिर फोड़ देंगे,अपशब्दों का प्रयोग करते हैं,मरने की बात करते हैं। जब तक मेरी माताएं बहनें बैठी हैं,उनका आशीर्वाद मेरे सिर पर है,मोदी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकते। माता बहनें मेरी रक्षा कवच है। छत्तीसगढ़ अंचल के तीर्थ स्थलों व प्रमुख धार्मिक स्थलों का जिक्र और बोले मां चंद्रहासिनी,अष्टभूजी, शिवरीनारायण और गिरौदपुरी धाम की कृपा और जनता जनार्दन के आशीर्वाद पर अटूट भरोसा है। भरोसे के कारण छत्तीसगढ़ कह रहा है एक बार फिर मोदी सरकार।
अहंकारी कांग्रेस से बदला लेने का वक्त है
अयोध्या राम मंदिर और ननिहाल छत्तीसगढ़ के संबंधों को जोड़ते हुए कहा अयोध्या के राम मंदिर में प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा का सौभाग्य आप लोगों के आशीर्वाद से मुझे मिला। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की उम्मींद देश छोड़ चुका था। उस उम्मीद को पूरा करने का काम भाजपा ने किया। कांग्रेस के लोग हम पर तंज कसते थे। हर चुनाव में हमसे पूछा जाता था,मंदिर कब बनेगा। हमने उन्हें तारीख भी बताई,समय भी बताया और निमंत्रण भी भेजा। लेकिन कांग्रेस का अहंकार ऐसा कि आमंत्र को ठुकरा दिया। वे अपने आपको प्रभु श्रीराम से भी बड़ा मानते हैं। उनके बोलने का अंदाज ऐसा कि सभा स्थल पर बैठी भीड़ की भौंहे तन गई। इसी बीच पीएम ने कहा छत्तीसगढ़ तो प्रभु श्रीराम का ननिहाल है। क्या यह छत्तीसगढ़ का अपमान नहीं है। धर्म के नाम पर देश को बांटने वाली कांग्रेस आजादी के बाद भी पहले दिन से तुष्टीकरण में लगी हुई थी। तुष्टिकरण वोट बैंक की राजनीति कांग्रेस के डीएनए में है।
आशीर्वाद मांगने आने की कही बात
माता शबरी,चंद्रहासिनी,शिवरीनारायण व गुरु घासीदास का स्मरण करते हुए पीएम ने अपनी बात प्रारंभ की। छत्तीसगढ़वासियों से भावनात्मक जुड़ाव और हमेशा मिलने वाले आशीर्वाद का जिक्र किया। वे बोले कुछ महीने पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए आपसे आशीर्वाद मांगने आया था। आप सभी ने आशीर्वाद दिया और प्रदेश में हमारी सरकार बन गई। फिर से आपके पास आशीर्वाद मांगने आया हूं। आप ही मेरा परिवार हैं। जब-जब मैंने आशीर्वाद मांगा मुझे मिला। उनका इतना कहना था कि सामने बैठी भीड़ से मोदी-मोदी के नारे लगने लगे। दोनों हाथ उठाकर ग्रामीण उनकी बातों का समर्थन करते दिखाई दिए। सभा के बाद भी उनकी बातों की चर्चा होते रही।