Delhi Next BJP CM: दिल्ली में 27 सालों के बाद एकबार फिर भारतीय जनता पार्टी अपनी सरकार बनाने के लिए तैयार है। विधानसभा चुनाव में 48 सीटें जीतने के बाद भाजपा के अंदरखाने मुख्यमंत्री की तलाश को लेकर गहमागमही मची हुई है। दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित भाजपा के केंद्रीय कार्यलाय में दिग्गज नेता रोजना घंटों मंथन चल रही है। इस बीच दिल्ली के अगले सीएम को लेकर कई कयास भी लगाए जा रहे हैं। परवेश वर्मा, आशीष सूद सहित कई नेता दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री की रेस में हैं। लेकिन माना जा रहा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर एक बार फिर भाजपा सबको चौंकाने वाली है। दिल्ली के सहारे भाजपा साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर निशाना साधने की तैयारी कर रही है। हो सकता है कि भाजपा किसी पूर्वांचली चेहरे को सीएम बना दे। आइए जानते हैं कैसे भाजपा पूर्वांचली सीएम बना कर एक तीर से दो निशाना साध सकती है?
दिल्ली में पूर्वांचली वोटरों साधने की कोशिश
गौरतलब है कि दिल्ली में पूर्वांचली वोटरों की संख्या चुनाव में किसी भी पार्टी को सत्ता के शिर्ष तक पहुंचाने में अहम योगदान देता है। पिछले 2-3 विधानसभा चुनावों में पूर्वांचली वोटरों के एक बड़ा तबकाअरविंद केजरीवाल के साथ रहा। जिसके कारण उन्होंने दो विधानसभा चुनाव में एकतरफा जीत हासिल की। लेकिन 2025 विधानसभा चुनाव में पूर्वांचली वोटरों का झुकाव भाजपा की ओर रहा। झुग्गी बहुलता वाले 18 विधानसभा में से 10 पर भाजपा ने जीत हासिल की। वहीं, 10 सीटों पर कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले पूर्वांचली निर्णायक भूमिका में होते हैं। इन 10 में से भाजपा ने 7 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की। इसेक अलावा अन्य सीटों पर भी पूर्वांचली मतदाताओं ने भाजपा को झोली भर कर वोट किया। ऐसे में माना जा रहा है कि किसी पूर्वांचली नेता को सीएम बनाकर भाजपा रिर्टन गिफ्ट दे सकती है। राजनीतिक जानकारों को मानना है कि अगर किसी पूर्वांचली को सीएम बनाया जाता है तो नेता बिहार से ताल्लुक रखने वाला हो सकता है।
बिहार चुनाव साधने की मंशा
इसी साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव होना है। पिछले चुनाव में भाजपा को 70 से अधिक सीटें बिहार विधानसभा चुनाव में मिली थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली में किसी बिहारी को सीएम बनाकर भाजपा आने वाले समय की राजनीति को भी मजबूत कर सकती है। गौरतलब है कि भाजपा 24 घंटे चुनावी मूड में होती है। एक चुनाव खत्म होने के साथ ही वो अगले चुनाव की तैयारी में जुट जाती है। ऐसे में भाजपा किसी बिहारी चेहरे को सीएम बनाकर दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली वोटरों को भी साध सकती है और आगामी विधानसभा चुनाव में भी प्रभाव दिखा सकती है।
कौन होगा पूर्वांचली सीएम चेहरा?
इन तमाम बातों के साथ एक सवाल जो सामने आता है वो ये है कि आखिर किस बिहारी चेहरे पर भाजपा दांव लगा सकती है। ये तो तय है कि कोई भी सीएम बनेगा तो कोई विधायक ही होगा। ऐसे में तीन भाजपा विधायकों की लॉटरी लग सकती है। इसमें अभय वर्मा, डॉ. पंकज कुमार सिंह और चंदन चौधरी का नाम शामिल है। इन तीनों में सबसे मजबूत दावेदार लक्ष्मीनगर से विधायक अभय वर्मा हैं। वो संगठन के व्यक्ति हैं। साथ ही वो अरविंग केजरीवाल की लहर में भी चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे। इस बार अभय वर्मा ने बीबी त्यागी को 11 हजार से अधिक मतों से मात दी। अभय वर्मा मूल रुप से बिहार के दरभंगा के रहने वाले हैं।